रक्षा बन्धन
· बन्धन होकर भी जो]
स्वतंत्रता का] अहसास करा दे]
बहना की] एक मुस्कुराहट पर]
भाई] अपना सर्वस्व लुटा दे]
वही राखी कहलाती है।
· उत्साहित बहना] के सपनों को]
भैया अपने पंख लगा दे]
सावन की पूर्णिमा का]
जो
रिश्तों में] प्रकाश फैला दे]
वही राखी कहलाती है।
· उमड़ते घुमड़ते] प्यार से जो]
मन
में] एक सागर लहरा दे]
खटटे मीठे] रिश्तों को जो]
एक] अटूट बंधन बना दे]
वही राखी कहलाती है।
· भौतिकता की आंधी से ]
लड़खड़ाते रिश्तों में ]
फिर से] नव विश्वास जगा दे]
प्यारे छोटे भैया को भी ]
रंग बिरंगा] सुन्दर धागा]
जिम्मेदारी का] बोध करा दे]
वही राखी कहलाती है।
प्यारी बहनों को डी पी माथुर की स्वरचित रचना
की स्नेहिल भेंट
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